Posts

Showing posts from March, 2021

The questions about narada and their answers.

श्रीमद्भागवद पुराण महात्मय का चतुर्थ आध्यय [स्कंध १] दोहा: जिमि भागवद पुराण को रच्यो व्यास मुनि राब।  सो चौथे अध्याय में कही कथा समझाया। शौनक जी कहने लगे-हे उत्तम वक्ता ! हे महाभागी जोकि शुकदेव भगवान जी ने कहा है उस पुष्प पवित्र शुभ भागवत की कथा को आप हमारे आगे कहिये। भागवद कथा किस युग में  सुनाई गई  फिर शुकदेव तो ब्रह्म योगीश्वर, समदृष्टि वाले, निर्विकल्पएकान्त में रहने वाले हस्तिनापुर कैसे चले गये और राजऋषि परीक्षित का इस मुनि के साथ ऐसा सम्वाद कैसे हो गया कि जहाँ यह भागवत पुराण सुनाया गया ? क्योंकि वह शुकदेव मुनितो गृहस्थीजनों के घर में केवल गौ दोहन मात्र तक यानी जितनी देरी में गौ का दूध निकल जावे इतनी ही देर तक उसगृहस्थाश्रम को पवित्र करने को ठहरते थे। हे सूतजी? अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित राजा को उत्तम भक्त कहते हैं । इसलिये परीक्षित जन्म कर्म हमको सुनाइये । पांडवों के मान को बढ़ाने वाला वहचक्रवर्ती परीक्षित राजा अपने सम्पूर्ण राज्य के ऐश्वर्य को त्याग,मरना ठान कर गङ्गाजी के तट पर किस कारण से बैठा? सूतजी कहने लगे-हे ऋषीश्वरों! द्वापर युग...

सबसे कमजोर बल: गुरुत्वाकर्षण बल।सबसे ताकतवर बल: नाभकीय बल। शिव।। विज्ञान।।

Image
सबसे कमजोर बल होता है गुरुत्वाकर्षण बल और सबसे ताकतवर बल होता है नाभकीय बल | शिव इसी नाभकीय बल का प्रतीक है। जब नयूक्लेअर फाॅर्स कण्ट्रोल में होता है तो अपार ऊर्जा देता है , जब नियंत्रत से बाहर होता है तो सब कुछ नष्ट करने वाला होता है | ब्रह्मा को श्रृष्टि का  रचनाकार कहा गया है ये रचना शुरू होती है गुरुत्वाकर्षण बल से , जब कुछ गैस ग्रेविटी के कारन पास आ जाती है और फिर उनके  भार के कारन नयूक्लेअर रिएक्शन शुरू हो जाता है , जिससे फिर तारो और ग्रहों का निर्माण होता है | निर्माण होने के बाद अगर गति न हो तो फिर सब बेकार हो जाता है, गति ही स्थिरता देती है , खड़ी साइकिल तब ही सीधी रह सकती है जब वो गति कर रही हो नहीं तो गिर जाती है |  गतिमान जो है वोही बचता है , विष्णु वो गति है | Brahma = gravity , Shiv = Nuclear force , Vishu = force of motion or kinetic energy Brahma the creator, Shiv the destroyer, Vishnu the preserver आप किसी परमाणु  रिएक्टर को देखे , एक डोम का आकार , जहा रिएक्शन को कण्ट्रोल में रखने के लिए हैवी वाटर D20 बहता है ,  फिर...

सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।।

Image
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं झुकने दूंगा मेरी धरती मुझ से पूछ रही कब मेरा क़र्ज़ चुकाओगे मेरा अम्बर मुझ से पूछ रहा कब अपना धर्म निभाओगे मैंने वचन दिया भारत मां को तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं झुकने दूंगा वो लूट रहे हैं सपनो को मैं चैन से कैसे सो जाऊं वो बेच रहे हैं भारत को खामोश मैं कैसे हो जाऊं हाँ मैंने कसम उठाई है हाँ मैंने कसम उठाई है मैं देश नहीं बिकने दूंगा सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं झुकने दूंगा वो जितने अँधेरे लायेंगे मैं उतने उजाले लाऊँगा वो जितनी रात बढाएंगे मैं उतने सूरज उगाऊँगा इस छल फरेब की आंधी में मैं दीप नहीं बुझने दूंगा सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं मिटने दूंगा मैं देश नहीं झुकने दूंगा वो चाहते हैं जागे न कोई बस रात का कारोबार चले वो नशा बांटते जायें और देश यूँही बीमार चले पर ज...