सरसों के तेल का सेवन अमेरिका और यूरोप में क्यों प्रतिबंधित है?
सरसों के तेल का सेवन अमेरिका और यूरोप में क्यों प्रतिबंधित है? सरसों का तेल भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो अपने तीखे स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। हालांकि, अमेरिका और यूरोप में इसका सेवन प्रतिबंधित है। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण। सरसों के तेल में एरूसिक एसिड की उच्च मात्रा सरसों के तेल में एरूसिक एसिड की उच्च मात्रा होती है, जो एक प्रकार का फैटी एसिड है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के अनुसार, एरूसिक एसिड का उच्च सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह एसिड शरीर में सही तरीके से मेटाबोलाइज नहीं होता और मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, यह कई मानसिक विकारों जैसे स्मृति हानि से भी जुड़ा हुआ है। एरूसिक एसिड के स्वास्थ्य पर प्रभाव कार्डियोटॉक्सिसिटी : उच्च मात्रा में एरूसिक एसिड के सेवन से हृदय की मांसपेशियों में वसा का संचय हो सकता है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। जिगर को नुकसान : अत्यधिक एरूसिक एसिड का सेवन जिगर के आकार में वृद्धि और फैटी लिवर रोग का कारण बन सकता है। विकास में रुकावट : पशु अध्ययनों म...